इतिहास की दुनिया-2
1. यूरोप में राष्ट्रवाद
पाठ का सार संक्षेप
- हीगल, काण्ट, हम्बोल्ट, जैकब, ग्रीन आदि ने जर्मन राष्ट्रवाद् को वढ़ावा दिया।
बिस्मार्क ने आस्ट्रया के साथ मिलकर 1864 ई० में श्लेशविग और हॉलेस्टीन राज्यों के मुद्दे को लेकर डेनमार्क पर आक्रमण किया।
गणतंत्रि या प्रजातंत्रि फ्रांस की क्रांति की देन थी।
जुलाई 1830 ई० की क्राति के परिणामस्वरूप फ्रांस में बू्ों वंश के शासन का अंत हो गया।
1373 ई० तक इटली का एकोकरण मेजिनी, काबूर, गैरीवाल्डी जैसे रांष्ट्रवादी नेताओं एवं विक्टर इमैनुएल जैंसे शासक के योगदानों के कारण पूर्ण हुआ।
राष्ट्रवाद की भावना का बीजारोपण यूरोप में पुनर्जांगरण के काल में हो चुका था।
प्रशा का चांसलर विस्मार्क के नेतत्व में जर्मनी का एकीकरण हुआ।
जीत के बाद श्लेशविग प्रशा के अधीन हो गया और हॉलेस्टीन आस्ट्रिया को प्राप्त हुआ ।
ईसाई जगत ग्रीक आथोडॉक्स तथा रोमन कैथोलिक चर्च में विभक्त था।
रूस तथा युनान के लोग ग्रोक आथोडॉक्स चर्च के मानने वाले थे।