कक्षा 9 हिन्‍दी 1.कहानी का प्‍लॉट MCQ TEST बिहार बोर्ड कक्षा 9 गोधूलि भाग 1 हिंदी mcq test FOR CLASS 9th

कक्षा 9  हिन्‍दी 1.कहानी का प्‍लॉट MCQ  TEST                       बिहार बोर्ड कक्षा 9 गोधूलि भाग 1 हिंदी   Class 9th Hindi Chapter 1 Kahani ka Plot Objective Question   के पाठ एक के ऑब्‍जेक्टिव प्रश्‍नों के उत्तर को देंगे । जो ज्ञान की दृष्टि से काफी महत्‍वपूर्ण है।  objective type question का फ्री में टेस्ट दे सकते है  mcq test  FOR CLASS 9th                                            हिन्‍दी कहानी का प्‍लॉट MCQ          इस टेस्ट में कक्षा 9 के हिंदी के हिन्‍दी कहानी का प्‍लॉट MCQ   का ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन को देकर आप अपने विषय का RIVISION कर सकते  है सामान्य जानकारी  इसको देने से पहले आपको अपना नाम लिखना होगा तब गाँव का नाम  इसके बाद next button पर क्लिक करे   उसके बाद आपको प्रशन दिखने लगेंगे जिसको आप सही से भर देंगे  जब आप सभी प्रश्न का सही सही उत्तर दे  देंगे तब आपको सबसे निचे submit बटन पर क्लिक करना है फिर आपको view score पर क्लिक करना है   ऐसा करने के बाद आपका उत्तर कितना सही हुआ है और कितना गलत यह आपको दिखने लगेगा साथ ही गलत उतर का सही उत्तर भी दिखाई देगा | Loading… objec

भारत की कृषि

           . भारत की कृषि...

 भारत के कुल क्षेत्रफल का लव्भग 51% भाग पर कृषि, 4% भू-भाग पर चरागाह, लगभग

21% भूमि पर वन् एवं 24% भूमि बंजर तथा बिना उपयोग की है।

 देश की कुल श्रम शक्ति का लगभग 52% भाग कृषि एवं इससे संबंधित उद्योग-धन्धों से अपनी आजीविका चलाता है। 2009-10 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का योगदान14.6% है।

> 2008-09 में भारत के निर्यात में कृषि और उससे संबंधित वस्तुओं का अनुपात लगभग 9.1% था।

 विश्व में चावल उत्पादन में चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है। भारत में खद्यान्नो के अन्तर्गत आने वाले कुल क्षेत्र के 47% भाग पर चावल की खेती की जाती है।

 विश्व में गेहूँ उत्पादन में चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है । देश की कुछ कृषि योग्यभूमि के लगभग 15% भाग पर गेहूँ की खेती की जाती है।

 देश में गेहूँ के उत्पादन में उत्तर प्रदेश का प्रथम स्थान है, जबकि प्रति हेक्टेयर उत्पादन में पजाब का स्थान प्रथम है।

> हरित क्रांति का सबसे अधिक प्रभाव गेहूँ और चावल की कृषि पर पड़ा है, परन्तु चावलकी तुलना में गेहूँ के उत्पादन में अधिक वृत्धि हई।

> भारत में हरित क्रांति (Gree revolution) लाने का श्रेय डॉ० एम० एस० स्वामीनाथन को जाता है। भारत में हरित क्रांति की शुरुआत 1967-6৪ ई० में हुई।

प्रथम हरित क्रांति के बाद 1983-84 ई০ में द्वितीय हरित क्राति की शुरुआत हुई, जिसमें अधिक अनाज उत्पादन, निवेश एवं कृषकों की दी जाने वाली सेवाओं का विस्तार हआ।

> तिखहन प्रीदोगिकी मिशन की स्थापना 1986 ई० में हुई।

भारत विश्व में उर्वरकों का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है।

पोटाशियम उर्वरक का पूरी तरह आयात किया जाता है।

आम, केला, चीकृ, खट्टे नींबू, काजू, नारियल, काली मिर्च, अदरक, हल्दी के उत्पादन में भारत का स्थान विश्व में पहला है।

फलों एवं सब्ज़ियों के उत्पादन में भारत का स्थान विश्व में दूसरा है। (प्रथम- चीन)

भारत की कृषि স भारत के कुल क्षेत्रफल का लव्भग 51% भाग पर कृषि, 4% भू-भाग पर चरागाह, लगभग 21% भूमि पर वन् एवं 24% भूमि बंजर तथा बिना उपयोग की है। স देश की कुल श्रम शक्ति का लगभग 52% भाग कृषि एवं इससे संबंधित उद्योग-धन्धों से अपनी आजीविका चलाता है। 2009-10 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का योगदान 14.6% है। > 2008-09 में भारत के निर्यात में कृषि और उससे संबंधित वस्तुओं का अनुपात लगभग 9.1% था। স विश्व में चावल उत्पादन में चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है। भारत में खद्यान्नो के अन्तर्गत आने वाले कुल क्षेत्र के 47% भाग पर चावल की खेती की जाती है। ৮ विश्व में गेहूँ उत्पादन में चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है । देश की कुछ कृषि योग्य भूमि के लगभग 15% भाग पर गेहूँ की खेती की जाती है। স देश में गेहूँ के उत्पादन में उत्तर प्रदेश का प्रथम स्थान है, जबकि प्रति हेक्टेयर उत्पादन में पजाब का स्थान प्रथम है। > हरित क्रांति का सबसे अधिक प्रभाव गेहूँ और चावल की कृषि पर पड़ा है, परन्तु चावल की तुलना में गेहूँ के उत्पादन में अधिक वृत्धि हई। > भारत में हरित क्रांति (Gree revolution) लाने का श्रेय डॉ० एम० एस० स्वामीनाथन को जाता है। भारत में हरित क्रांति की शुरुआत 1967-6৪ ई० में हुई। प्रथम हरित क्रांति के बाद 1983-84 ई০ में द्वितीय हरित क्राति की शुरुआत हुई, जिसमें अधिक अनाज उत्पादन, निवेश एवं कृषकों की दी जाने वाली सेवाओं का विस्तार हआ। > तिखहन प्रीदोगिकी मिशन की स्थापना 1986 ई० में हुई। भारत विश्व में उर्वरकों का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है। पोटाशियम उर्वरक का पूरी तरह आयात किया जाता है। आम, केला, चीकृ, खट्टे नींबू, काजू, नारियल, काली मिर्च, अदरक, हल्दी के उत्पादन में भारत का स्थान विश्व में पहला है। फलों एवं सब्ज़ियों के उत्पादन में भारत का स्थान विश्व में दूसरा है। (प्रथम- चीन)


ऋतुओं के आधार पर फसलों का वर्गीकरण


1. रबी की फसल :  यह अक्टूबर-नवम्बर में बोयी जाती है और मार्च-अप्रैल में काट ली जाती है। इसकी मुख्य फसलें हैं— गेहूँ, जौ, चना, मटर, सरसों, आलू, राई आदि ।

 2. खरीफ फसल :  यह जून-जुलाई में बोयी जाती है, और नवम्बर- सितम्बर में काट ली जाती है । इसकी मुख्य फसलें हैं— धान, गन्ना, तिलहन, ज्वार, बाजरा, मक्का, अरहर आदि । 

3. गरमा फसल :  यह मई-जून में बोयी जाती है और जुलाई-अगस्त में काट ली जाती है । इसकी मुख्य फसलें हैं— राई, मक्का, ज्वार, जूट और मडुआ ।


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